PV Sindhu Biography in Hindi | जीवन परिचय | पीवी सिंधु बायोग्राफी इन हिंदी

पिवि  सिंधु की बायोग्राफी कहानी पूरी हिंदी में , जीवनी,जन्म,ताज़ा खबर,शिक्षा,टोक्यो ओलिंपिक
PV Sindhu Biography in Hindi


ओलंपिक गेम्स में हमारे भारत देश को ऊँचा करने वाली पहली ऐसी बेटी है .जो प्रोफेशनल बैडमिंटन प्लेयर : पी. वी. सिंधु के नाम पर पहली इंडियन बैडमिंटन महिला प्लेयर हैं जिन्होंने सिल्वर मैडल अन्तराष्ट्रीय ओलंपिक जीता हैं जो की बहुत बड़ी बात है और और भारत का नाम रोसन करती जारही है और करती रहेगी  इस 2021 में अभी कोरोना काल के  इस बीमारी में इतना बड़ा मुकाम पर पऊछी है और  पांचवी महिला ओलंपिक मेडलिस्ट बन गयी हैं. आइये इनके जीवन बारे में जानते है आपको इनके बारे में बताते है ।

BIOGRAPHY OF PV SINDHU IN HINDI
pv sindhu biography in hindi


BIOGRAPHY OF PV SINDHU IN HINDI

पी. वी. सिंधु जन्म,  बचपन एवं परिवार

[Childhood,Birth, Family]

पुसर्ला(P) वेंकट(V) सिंधु(SINDHU) का  5 जुलाई, 1995 जन्म हुआ. उनके पिता का नाम पीवी रमन और पी. वी विजया उनकी माता हैं. बिता हुआ काल में उनके माता और पिता बोलीवूड प्लेयर रह चुके है। एक बहन जिसका नाम पीवी दिव्या है उनके परिवार के कारन  वो इस मुकाम पर आज है क्युकी उनके परिवार में खेल का मोहल रहा था  उनके माता और पिता ने वर्ष  2000 में कही पुरुस्कार जीते और सम्मानित हुए ।पीवी सिंधु को बचपन में बैंडमिंटन में रूचि थी और पड़ने में कुछ खास नहीं थी लेकिन परिवार को देख वह आक्रसित हो पड़ी|खेल में अच्छे होने के कारन उन्होंने बैडमिंटन को चुना। उस ज़माने के कही खिलाड़ी को देख सफलता का भाव उत्पन हुआ। यह भी कहा जाता है की पीवी सिंधु को मात्र 8 साल की उम्र में बैडमिंटन सीखना प्रारम्भ कर दिया।

नाम

पुसर्ला वेंकट सिंधु

जन्म

5 जुलाई, 1995 [21 वर्ष]

जन्म स्थान 

हैदराबाद, तेलंगाना, भारत

पिता का नाम

पी. वी. रमण [पूर्व वॉलीबॉल खिलाड़ी]

माता का नाम

पी. विजया [पूर्व वॉलीबॉल खिलाड़ी]

भाई – बहन

एक बहन – पी. वी. दिव्या

कॉलेज

सेंट एन्न्स कॉलेज फॉर वोमेन, मेह्दीपटनम

निवास

हैदराबाद, भारत

राष्ट्रीयता [Nationality]

भारतीय

पेशा [Profession]

बैडमिंटन खिलाड़ी

हाथ का इस्तेमाल

दांया हाथ

कोच

पुलेला गोपीचंद [Pullela Gopichand]

सर्वोत्तम स्थान

9 [13 मार्च, 2014]

वर्तमान स्थान

10 [7 अप्रैल, 2016]





BIOGRAPHY OF PV SINDHU IN HINDI

पी. वी. सिंधु शुरूआती प्रशिक्षण एवं कोच [Training and Coach  के बारे में] जाने-

सिकंदराबाद में इंडियन रेल्वे इंस्टिट्यूट ऑफ़ सिग्नल इंजीनियरिंग एंड टेलीकम्यूनिकेशन में सिंधु के  बैडमिंटन सीखने की शुरुआत हुई और उन्होंने पुलटा गोपीचंद के बैडमिंटन अकादमी [Pullela Gopichand] में दाखिला लिया और उने दाखिला मिल गया कियुँकि उनके माता और पिता प्रसिद्व प्लेयर थे । हिन्दू कोचिंग सेण्टर था इस लिया उने कोई दर नहीं था क्यूकि वह एक हिन्दू है । उनके घर से कही किलोमीटर दूर होने से उनको यह फायदा हो गया की उनकी अभी PHYSICAL HEALTH  सही हैआज वह इस मुकाम पर उनके गुरुजी मतलब की कोच के कारण है। और वह अपने कोच को  बहुत ही समान करती है।

पीवी सिंधु के पति

इंटेरेंट पार आप सभी में कुछ लोग ऐसे होंगे जो PV सिंधु के हस्बैंड के बारे में जाना चाहते है में बता दू की उनकी अभी तक सादी नहीं हुई है इसलिए उनकी हस्बैंड नहीं है।  

PV Sindhu Biography in Hindi

पी. वी. सिंधु के करियर की शुरवात [Career]

इतनी कम उम्र में  सिंधु ने उचाईयो की  सफलता को हासिल कैसे किया हैं. उनके करियर के बारे में जाने -

वर्ष 2009 जब वह कोलंबिया सब जूनियर एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में नॅशनलिटी लेवल आयु (22) पर ब्रोंज मैडल जीता और मेड़लिष्ट रही और इस चैंपियनशिप के जितने के  कारण वह थोड़ी प्रसीद भी हो गई


वर्ष 2010 में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता जो की ईरान में आयोजित था जीसका नाम ईरान फज्र इंटरनेशनल बैडमिंटन चैलेंज। सिल्वर मेडल जीतने के कारण उन्हें मेक्सिको में आयोजित जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी भाग लेने को मिल गया और वह फानलिस्ट तक पहुंच गही। उसके कारण वर्ष 2010 में वह उबर कप में वे इंडियन नेशनल टीम के मेंबर भी रही।


वर्ष 2012 -:


  • 14 जून, 2012 हां एक बार वह एक बैडमिंटन प्रतियोगिता में हार गई थी। जर्मनी की Juliane SCHENK से इंडोनेशिया ओपन में। पर उन्होंने हार नहीं मानी।


  • परन्तु7 जुलाई, 2012 में उन्होने एशिया यूथ अंडर 19 चैंपियनशिप के एक जापानी प्लेयर (Nozomi Okuhara) को हराया और उन्होंने चैंपियनशिप को जीत लिया।


  • लंदन के एक खिलाड़ी (Li Xuerui)  को हराकर सबको चौंका दिया जो प्रतियोगिता  लंदन(2012) में चाइना मास्टर्स सुपर सीरीज टूर्नामेंट के नाम की प्रतियोगिता थी।


  • इन सभी खेल के कारण वर्ष 2012 में उनकी रैंकिंग अच्छी हो गई उसके कारण व पूरे भारत में बैंडमिंटन महिला प्लेयर में 15 रैंक पर आ गई।


वर्ष 2013 -:


  • पीवी सिंधु ने वर्ष 2013 में एक टेनिस खिलाड़ी को टकर दी  जिसका नाम Wang  Shixian था और उस को चैंपियनशिप में हराया और जिसके वूमेन सिंगल्स की मेडलिस्ट के पद आ गई और भारत में में अपना नाम रोशन किया। ऐसी कही वजह जिसके कारण PV  सिंधु प्रसीद है और इस मुकाम पर है।


  • यह देखकर सरकार को बहुत अच्छा लगा। इसी के कारण पीवी सिंधु को सरकार ने कई इनाम दिए है जैसे- अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया और भारत सरकार इसके लिए बहुत खुश है क्योंकि इसे भारत का नाम भी रोशन हुआ है और भारत आज इस मुकाम पर है सिर्फ और सिर्फ PV  सिंधु के कारण है


वर्ष 2014 -:


  • 2014 वर्ष में वह एक GLASGOW COMMENWEALTH GAMES के चैंपियनशिप में हार गई परन्तु वह सेमीफइनल और फाइनल लेवल तक पहुंची थी। पर हार ने के कारण वह चैंपियनशिप भी हार गयी।   


वर्ष 2015 -:


  • वर्ष 2015 में मकाउ ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड नाम एक चैंपियनशिप में भाग लिया और उन्होंने तीसरा वूमेन्स सिंगल जीता और तीसरा स्थान प्राप्त किया।


वर्ष 2016 -:

  • जनवरी 2016 में उनकी शुरुआत बहुत अच्छी गई उन्होंने इस वर्ष मलेशिया मास्टर ग्रैंड पिक्स गोल्ड में उन्होंने (PV SINDHU)वूमेन सिंगल जीता।


  • चेन्नई समेसर टीम की सिंधु कप्तान बन गई जो कि एक प्रेमियर बैंडमिंटन लीग प्रतियोगिता थी और पांच मैच जीते और भारतीय टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया परंतु उनकी टीम हार गई।


  • उन्होंने एक कार्टनेर फाइनल मैच के चैंपियनशिप में वर्ल्ड की 2 नंबर खिलाड़ी (wang yihan) को हराया।


  • फिर 18 अगस्त 2016 को उन्होंने समर ओलंपिक्स में एक जापानी खिलाड़ी (Nozomi Okuhara)को वूमेन सिंगल में हराया

  • कई मैचों में मेडल जीतने के कारण सिंधु ने सिल्वर मेडल जीता और भारत देश की सबसे कम उम्र वाली बैडमिंटन कप्तान बन गई खिलाड़ी बन गई। 

वर्ष 2017 –:


  • इंडियन ओपन सुपर सीरीज का आयोजन 2017 में मार्च से अप्रैल के बीच में हुआ था विश्व की सबसे प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी (कैरोलिना) से PV Sindhu का मुकाबला हुआ और सिंधु ने उसे हराकर भारत में नया इतिहास रच लिया।


  • बीडब्लूऍफ़ विश्व चैंपियनशिप का आयोजन स्कॉटलैंड में अगस्त 2017 हुआ था, फिर फाइनल तक सिंधु पहुंची थी, फिर उनका मुकाबला एक जापानी महिला(नोज़ोमि ओकुहारा) से हुआ था. फिर सिन्धु उसके सामने हार गई। हर जाने के कारण गोल्ड मैडल तो नहीं जीता लेकिन P सिंधु ने सिल्वर मैडल जीत लिया।


  • कोरिया ओपन सुपर सीरीज प्रतियोगिता 2017 में कोरियो में हुई. फिर जापान की ओकुहारा से सिंधु का सामना हुआ फिर सिंधु ने अपनी पूरानी हार को याद किया फिर फाइनल में ओकुहारा को सिंधु ने हराया। फिर सिंधु भारत की पहली महिला बैडमिंटन बन गयी। सिंधु ने कोरियो ओपन प्रतियोगिता में जीत को हासिल किया।  


  • सिंधु ने तेलगाना में एक परीक्षा दी थी जिसमे उनका सिलेक्शन हुआ था और उन्हें कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया था और उनकी के सामने कुछ परिस्तिति थी उन्होंने खेल को चुना।


  • दुबई विश्व सुपर सीरीज 2017 के अंत में आयोजित हुई,  सिंधु ने कुछ लेवल को जीता उसके कारण वह फाइनल तक पहुंची और फिर फाइनल में जापान की अकाने यामागुची से pv sindhu से मुकाबला हुआ। वह गोल्ड मैडल तो नहीं जीत पायी लेकिन वह सिल्वर मैडल को जीता।


वर्ष 2018 –:


  • इंग्लैंड में बहुचर्चित आल इंग्लैंड ओपन का आयोजन 2018 हुआ था. फिर वर्ल्ड के तीसरी नंबर 3 की प्लेयर अकाने यामागुची से  सिंधु का मुकाबला हुआ वह मैच हार जाने की कारण उन्हें वर्ल्ड में 4th स्थान हासिल हुआ  सभी का मानना था, कि ऑल इंग्लैंड ओपन चैंपियनशिप में सिंधु का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रह था।


  • 2018 में सिंधु ने कास्ट राष्ट्रमंडल गेम में दाखिला लिया। सिंधु ने इंवेंट में मिक्स्ड टीम में दाखिला लेकर गोल्ड मैडल जीता था इसके साथ महिला टीम में पर्व सिंधु ने सिल्वर मैडल जीता था ।


  • सिन्धु ने वर्ल्ड चैंपियनशिप 2018 में भाग लिया  इसके कारन pv सिंधु ने 2018 में एक बार फिर सिल्वर मैडल जीता. सिंधु का यह वर्ल्ड चैंपियनशिप में 4th सिल्वर मैडल था।


  • बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड कप टूर्नामेंट का आयोजन 2018 में हुआ था जिस में  पीवी सिंधु ने भाग लिया था और पीवी सिंधु ने मैच भी जीत लिया और फाइनल तक गई थी और फाइनल मैच भी जीता इसी के कारण सिंधु यह टूर्नामेंट जीतने वाली पहली ऐसी महिला बन गई और पीवी सिंधु ने इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया और वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया।


  • 2018 में से पहले इन्होंने पीवी सिंधु ने कई मैच खेले जिसके कारण इनका नेट worth बहुत बढ़ गया और यह दुनिया की सातवें नंबर बैडमिंटन प्लेयर में अमीर महिला बन गई।


  • ऐसे पीवी सिंधु ने कई ऐसी प्रतियोगिता कई देशों में की है परंतु 2018 में एशियन गेम्स में सिंधु ने जकार्ता की ताई त्ज़ु-यिंग नाम एक देश में प्रतियोगिता थी उसमें उस ने भाग लिया जिसमें वह हार गई थी।


  • विश्व में सिंधु ने ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता और फाइनल टूर बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड के सीजन एंड में गोल्ड मैडल प्राप्त किया और तभी भारत का नाम गर्व से ऊंचा हो गया।


वर्ष 2019 -:

  • 2019 उनका इतना अच्छा गया कि भारत में पीबीएल का आयोजन हुआ उसमे सिंधु  की नीलामी हुई जहा हैदराबाद हंटर टीम ने सिंधु को खरीदा और सिंधु ने जोरदार का प्रदर्शन दिया और सिंधु ने टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया फिर भारत में सेमीफाइनल में मुंबई वस हैदराबाद हंटर से हुई और जिस में पीवी सिंधु की टीम हार गई।


  • बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय मैच इंडोनेशिया मास्टर ओपन जो कि 2021 के शुरुआती में हुआ जिसमें सिंधु फाइनल तक पहुंची जहां  पीवी सिंधु सामना प्रतिस्पर्धा स्पेन की गोल्ड मेडलिस्ट कैरोलिना मारिन से हुआ,और  सिंधु उसके सामने टिक नहीं पाई और हार गई इस के कारन वह इंडोनेसिया चैंपियनशिप में भाग नहीं ले पाई और पीवी सिंधु ने इंडोनेशिया मास्टर  में जाने के लिए बहुत ज्यादा तैयारी की थी लेकिन उनकी मन था कि मेरी 2019 की शुरुआत इंडोनेसिया ओपन से हो लेकिन ऎसा नहीं हुआ.


PV SINDHU BIOGRAPHY IN HINDI

पी. वी. सिंधु टोक्यो ओलिंपिक 2021 (P V Sindhu Tokyo Olympic)


पीवी सिंधु जापान में हो रहे क्वार्टर फाइनल मैच में अकाने यामागुची को 2-0 से हराया और मैच जीता। इसके बाद पीवी सिंधु सेमीफाइनल में पहुंच गई लेकिन कुछ कम प्रयास करने के कारण वह यह मैच  हार गई और फिर इस मैच के बाद अगला मैच 2अगस्त को आयोजित हुआ जो ब्रोंज मेडल के लिए था जिसमें पीवी  सिंधु ने जीत प्राप्त की। ऐसे वह ओलंपिक में दूसरी बार मेडल जीतने वाली भारतीय महिला बनकर प्रसिद्धि पाई और भारत का नाम रोशन किया।


अगले साल ओलंपिक जोकि रियो में हुआ था वहां पर पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीता और अभी 2021 में कोरोना काल के समय पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में पीवी सिंधु ने भाग लिया। इस साल कोरोना काल के कारण समय मिलने पर पीवी सिंधु ने दुगनी मेहनत की और शानदार प्रदशन किया। 


पीवी सिंधु का पहला मैच इज़राइल की क्सेनिया पोलिकर्पोवा को 25 जुलाई को था ।अगला मैच किसी देश में होन्ग कोंग की चेउंग नगन यी में था 2021 में उन्होंने दोनों मैच में जीत हासिल की। शानदार प्रदसन के द्वारा एक अच्छे मुकाम क्वार्टरफाइनल पर पहुंच गई। पीवी सिंधु ने Mia Blichfeldt नामक महिला प्लेयर को प्री – क्वार्टर में हराया देख ते ही देख ते उन्होंने क्वार्टरफाइनल में अपनी जगह और पहचान बनाई इस मैच में उनका स्कोर 21-15 रहा है। यह उनका 2021 का सबसे अच्छा प्रदसन रहा है। 


पी. वी. सिंधु टोक्यो ओलिंपिक अगला मैच (P V Sindhu Next Match)


पीवी सिंधु का अगला मैच 31 जुलाई को दोपहर 3:209(सेमीफइनल) है जिस के लिया पीवी सिंधु कड़ी मेहनत कर रही है इस मैच में पीवी सिंधु का युद्ध चीनी महिला ताईपै के साथ है  यदि पीववि सिंधु मैच जीत जाये तो गोल्ड मैडल भारत के लिए पका है।


पीवी सिंधु के बारे में आपको कैसे लगा।

ABOUT PV SINDHU BIOGRAPHY IN HINDI

इंडिविजुअल टाइटल्स [Individual Titles] –

पी. वी. सिंधु उपलब्धियां [Achievement] -:

2016

चाइना ओपन

सुन यू

21-11,17-21,21-11

2017

सयेद मोदी इंटरनेशनल

ग्रेगोरिया मारिस्का

21-13, 21-14

2017

इंडिया ओपन

कैरोलिना मरीन

21-19, 21-16

2017

कोरिया ओपन

नोज़ोमि ओकुहारा

22–20, 11-21, 21–18

2018

वर्ल्ड टूर फाइनल

नोज़ोमि ओकुहार

21-19-21-17


  • पद्म श्री, द यूथ हाईएस्ट सिविलियन अवार्ड ऑफ़ इंडिया [वर्ष 2015],

  • सन 2016 में बैडमिंटन खेल में सिंधु ने बेहतरीन प्रदर्शन किया जिसके कारण राजीव गाँधी खेल रत्न


  • अवार्ड से सम्मानित किया

  • अर्जुन अवार्ड [2013]


पसंदीदा खाना (Favourite Food)

बिरयानी, चाइनीस एवं इटालियन खाना

पसंद (Hobbies)

फ़िल्में देखना

पसंदीदा अभिनेता

ऋतिक रोशन, प्रभास, महेश बाबु


वजन (Weight

65 किलो

शारीरिक  माप  Body Measurement

34-26-36

आंखों का रंग (Eye Colour)

काला

बालों का रंग (Hair Colour)

काला


2017

बीडब्लूऍफ़ सुपर सीरीज फाइनल

अकाने यामागुची

21-15, 12–21, 19–21

2018

थाईलैंड ओपन

नोज़ोमि ओकुहारा

15-21-18-21

2018

इंडिया ओपन

बेईवें

18-21-11-20-22


सिन्धु हमेशा से बहुत मेहनती रही है. सिन्धु बैडमिंटन ट्रेनिंग को रोज सुबह 4:15 बजे से किया करती थी

सन 2000 में सिन्धु के पिता पीवी रमण को राष्ट्रीय वॉलीबॉल खेल अविस्मरणीय योगदान के लिए खेल जगत के सर्वोच्च सम्मान अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया 



FICCI ब्रेकथ्रू स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ़ द ईयर 2014

NDTV इंडियन ऑफ़ द ईयर 2014,

वर्ष 2015 में मकाऊ ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने के बाद बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की ओर से 10 लाख रूपये दिए गये.

वर्ष 2016 में मलेशिया मास्टर्स में जीतने के बाद बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की ओर से 5 लाख रूपये दिए गये [वर्ष 2016 के रिओ ओलंपिक में जीतने पर.

ओलंपिक पार्टिसिपेंट के रूप में क्वालीफाई करने पर अभिनेता सल्मान खान की ओर से 1.01 लाख रूपये प्रदान किये गये


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